Category: जीवनमंत्र

जीवनमंत्र

किस प्राचीन ग्रंथ में रोहतक का उल्लेख मिलता है?GK-24c

1534 ई. में वीरभान ने सतनामी संप्रदाय की स्थापना कहां पर की थी? 1. किस ग्रंथ के अनुसार प्रभाकरवर्द्धन की मृत्यु होने पर रानी यशोमती राजा की चिता में स्वयं…

मंत्री ने कैसे पहचानी गाय: आज का जीवनमंत्र 24c

करुणा, वात्सल्य, ममत्व के गुण एक सौदागर राजा के महल में दो गायों को लेकर आया – दोनों ही स्वस्थ, सुंदर व दिखने में लगभग एक जैसी थीं। सौदागर ने…

कुत्ते की समझदारी देख हैरान हुआ दुकानदार-जीवनमंत्र 24c

कितना कुछ करों, लोग संतुष्ट नहीं होंगे एक दुकानदार के पास एक कुत्ता आया। उसके गले में एक थैली थी, जिसमें पैसे थे और सामान की सूची। दुकानदार ने पैसे…

खुद की क़ाबिलियत पर भरोसा रखें: आज का जीवन मंत्र 24c

मुर्गी और चील की कहानी एक जंगल में बरगद का पेड़ था। उस पेड़ के ऊपर एक चील घोंसला बनाकर रहती थी जहाँ उसने अंडे दे रखे थे। उसी पेड़…

युवक को आखिर समझ आ गया जीवन का सत्य-जीवनमंत्र 24c

जीवन सत्य समझ आ आए तो पद, प्रतिष्ठा और दौलत का मोह नहीं रहता एक पिता चाहते थे कि उसका पुत्र राज दरबार की शोभा बढ़ाए। उसने अपने पुत्र को…

गुरु कृपा से हुई  शाप मुक्ति-जीवनमंत्र 24c

गुरु पर हमेशा विश्वास रखो एक बार एक शिष्य भिक्षा लेते हुए अपने गुरु का गुणगान कर रहा था। शैतान गुरु के गुणगान से ईर्ष्या करता था। उसने शिष्य को…

क्रोध व्यक्ति के विवेक को नष्ट कर देता है-जीवनसूत्र 24c

महात्मा बुद्ध से जुड़ा एक प्रेरक प्रसंग एक बार महात्मा बुद्ध अपने शिष्य आनंद के साथ उपदेश यात्रा पर थे।अचानक एक आदमी आया और उसने महात्मा बुद्ध पर थूक दिया।…

नृतक बनना चाहता था प्रोफैसर-एक प्रेरक प्रसंग, जीवनमंत्र 24c

रुचि के अनुसार व्यवसाय चुनना चाहिए एक बहुत ख्याति प्राप्त प्रोफैसर डाक्टरथे। सर्जरी के ऐसे डाक्टर कि देश दुनिया में उनका नाम था। उनके शिष्य भी बड़े डाक्टर हो गए…

‘कबीर लहरी समंद की, मोती बिखरे आई।’- जीवनसूत्र 24सी

महात्मा कबीर वाणी जिस प्रकार हीरे की गुणवत्ता को जौहरी ही परख सकता है। उसी प्रकार वस्तु या व्यक्ति के गुणों को पारखी ही समझ सकता है। गुणों को समझने…

साधु के शब्दों का क्या अर्थ था? आज का जीवनमंत्र 24c

जो चाहोगे वो पाओगे एक साधु महात्मा थे। वह हर रोज नदी किनारे एक घाट पर बैठकर चिल्लाया करते थे कि “जो चाहोगे वो पाओगे”, “जो चाहोगे वो पाओगे”, “जो…