राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने मीडिया से बात कर समझाया प्रधानमंत्री का विजन

  • विपक्ष रहा है किसानों को गुमराह
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प
  • परंपरागत खेती की बजाए प्रगतिशील खेती को दिया जाएगा बढ़ावा

राज्य सभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा है कि नए कृषि कानून किसानों की आय को दोगुना करने में क्रांतिकारी कदम साबित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना चाहते हैं, इसीलिए परंपरागत खेती की बजाए प्रगतिशील  को  बढ़ावा देना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री का विजन है कि हमारे देश का कृषि उत्पाद विश्वस्तर का हो ताकि हमें कीमत भी विश्व स्तर की ही मिले और हमारे देश का किसान खुशहाल हो।

सांसद रामचंद्र जांगड़ा शनिवार को महम में अपने निवास स्थान पर मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे।

राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा 

विपक्ष कर रहा है किसानों को गुमराह

सांसद ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से छोटे किसानों को अधिक लाभ होगा।  किसान अपने उत्पाद को कहीं भी बेचने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि नए कानूनों को लेकर विपक्ष किसानों को गुमराह कर रहा है।  

प्रधानमंत्री सरकार स्पष्ट कर चुके है कि मंडियों की व्यवस्था को समाप्त किया जाएगा और ना ही एमएसपी को समाप्त किया जाएगा। अगली फसल के लिए सरकार ने एमएसपी की घोषणा भी कर दी है।

सांसद ने  कहां है कि किसानों के विवाद को जल्दी निपटाने के लिए एसडीएम स्तर पर की व्यवस्था की गई है ,ताकि कानूनी प्रक्रिया में देरी के कारण किसानों को न्याय मिलने में देरी ना हो। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था करके ही किसान की आय को बढ़ाया जा सकता है।अगर पुरानी व्यवस्था बहुत अच्छी होती तो अब तक किसान हो खुशहाल हो चुका होता।

इन देशों के दिए उदारहण

उन्होंने फ्रांस और जैसे नीदरलैंड जैसे देशों का उदाहरण देते हुए बताया कि प्रगतिशील खेती से छोटी जोत के बावजूद भी लाभ कमाया जा सकता है।

जबकि भारत मे तो सर्वाधिक कृषि भूमि है तथा मानव संसाधन हैं। उन्होंने कहा किसानों को इन कानूनों की पूरी जानकारी नहीं है। जब किसान इन कानूनों को समझ लेंगे तब विरोध की बजाय समर्थन करेंगे।

मीडिया से बात करते राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा (फ़ोटो: दीपक दहिया)

ये दिए आंकड़े

सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने बताया कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कृषि बजट में  6 गुना बढ़ोतरी हुई है। फसल बीमा योजना से 7 करोड़ 20 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं।  80,000 करोड रुपए की राशि बीमे के रूप में मिली है। कृषि ऋण राशि भी वर्ष 2013-14 के मुकाबले 2020 21 में दोगुना की गई है।

उठाया एसवाईएल का मुद्दा

सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि पंजाब को बड़े भाई का फर्ज निभाना चाहिए और हरियाणा को उसके हिस्से का एसवाईएल का पानी देना चाहिए। उन्होंने एसवाईएल को हरियाणा की जीवन रेखा बताया। इस अवसर पर धर्मबीर खत्री तथा महेश कुमार शर्मा भी उपस्थित थे।

आसपास की न्यूज के बारे में तुरंत जानने के लिए डाऊन लोड़ करे 24सी ऐप नीचे दिए लिंक से

Link: https://play.google.com/store/apps/details?id=com.haryana.cnews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *