जलघर बदहाल, ग्रामीण खरीद कर पीते हैं पानी।
टैंकों में भारी मात्रा में जमी है गंदगी। पाइपलाइन टूटी पड़ी हैं।
सोहन फरमाणा
24सी न्यूज, महम
गांव सैमाण का जलघर इन दिनों बेहद बदहाल स्थिति में है। टैंकों में भारी मात्रा में गंदगी जमी है। पानी भी पर्याप्त मात्रा में नहीं है। या तो पेयजल लाइन है ही नहीं अगर है तो लाइन टूटी पड़ी है।
सैमाण में पाना खास और टोडर दो पाने हैं। दोनों ही पानों में जलघर से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही। सुधीर जांगड़ा ने बताया कि पाना टोडर में तो ग्रामीणों ने अपने स्तर पर पेयजल की व्यवस्था काफी हद तक कर रखी है, लेकिन पाना खास में परेशानी और भी अधिक है। ग्रामीण निजी आरओ प्लांट धारकों से कैंपरों का पानी खरीद कर पीते हैं।
ग्रामीण मनोज, छोटू, सतबीर तथा पवन आदि ने बताया कि गांव में पेयजल की समस्या की समाधान के लिए कई अधिकारियों से गुहार लगाई जा चुकी है। कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जलघर में ही नहीं पहुंचता पानी
गांव में जलघर तो बना है, लेकिन जलघर के टैंकों तक पानी ही नहीं पहुंचता। नहरी पानी रास्ते में ही चोरी हो जाता है। इसके अतिरिक्त अवैध कनेक्शन भी समस्या है। जलघर के पास वाले इलाकों में ग्रामीणों ने अवैध पेयजल कनेक्शन लगा लिए थे। परिणामस्वरूप में कुछ इलाकों तक ही पानी रह जाता है। खैर फिलहाल तो कहीं भी पानी नहीं आता।
बिछ रही है पाइप लाइन
पूरे गांव में नई पाइप लाइन बिछाए जाने की योजना बनी तो हुई है। कुछ इलाके में पाइप लाइन बिछी भी है, लेकिन कार्य बेहद धीमा चल रहा है। पाइप लाइन बिछाने तथा जलघर की व्यवस्था सुधारने के कार्य में तेजी लाई जानी चाहिए।
ये कहना है सरपंच का
सरपंच रामनिवास ने बताया कि जहां पाइप लाइन बिछी हुई है वो भी जगह-जगह से लीक है। गांव में पानी की समस्या को लेकर कई बार जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को शिकायत की जा चुकी है। अधिकारी मौके का मुआयना भी करके जा चुके हैं। वे इस संबंध में फिर से अधिकारियों से बात करेंगे।