एक दिन के अंतराल में दो अध्यापकों की मौत, महम शोक की लहर
कोराना के विकराल से रूप से सहमें महमवासी
महम
आखिर महामारी की विकराल रूप सामने आने लगा है। महम में केवल एक दिन के अंतराल के बाद दो अध्यापकों की मौत से हडकंप मच गया है। महम में शोक की लहर दौड़ गई है। दोनों ही अध्यापक अध्यापन के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में बढ़चढकर भाग लेते थे।
भैणीमहाराजपुर तैनात थे बंसीलाल
शुक्रवार को वार्ड 11 निवासी बंसीलाल ने दम तोड़ दिया था। लगभग 47 वर्षीय बंसीलाल भैणीमहाराजपुर में जेबीटी अध्यापक के रूप में तैनात था। बंसीलाल अंबेडकर हितकारी संगठन महम के कोषाध्यक्ष थे। उनकी पत्नी मदनहेड़ी में अध्यापिका हैं। उनका सात साल का बेटा है। बंसीलाल को पहले महम में तथा बाद पटियाला दाखिल कराया गया था। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
किशनगढ़ में इंचार्ज थे अनिल जांगड़ा
अनिल जांगड़ा किशनगढ़ राजकीय प्राथमिक पाठशाला में इंचार्ज थे। लगभग 49 वर्षीय अनिल जांगड़ा गोयत पाना में रहते थे। अनिल जांगड़ा सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर समाजसेवा में योगदान देते थे। उनके दो लड़के हैं। कोरोना संक्रमण के उन्हें पहले भिवानी तथा बाद में हिसार के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। हालांकि जानकारी मिली है कि इनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव हो चुकी थी। लेकिन तब तक कोरोना इनके शरीर में खतरनाक प्रभाव डाल चुका था। शवों को कोरोना गाइडलाइन्स के तहत अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
अध्यापकों की मौत पर गणमान्य व्यक्तियों ने शोक प्रकट किया है। साथ ही अपील की है कि कोराना बचाव के लिए निर्धारित मापदंडों का कड़ाई से पालन करें। 24c न्यूज/ इंदू दहिया