वजीर की चाल ने कर दिया खुश सेवक को बेचैन-जीवनमंत्र 24सी
निन्यानवे का फेर कहते हैं एक राजा का सेवक बहुत खुश रहता था। वह राजा की सेवा करता और मस्त रहता। उसे जो मिलता उसी में गुजरा करता। जो मिलता…
निन्यानवे का फेर कहते हैं एक राजा का सेवक बहुत खुश रहता था। वह राजा की सेवा करता और मस्त रहता। उसे जो मिलता उसी में गुजरा करता। जो मिलता…
एक दीप ऐसा भी जलाएं आज दीपावाली है, प्रकाश पर्व। प्रकाश की अनुपस्थिति ही अंधकार का अस्तित्व है। अपने घरों को सजाएं। मिठाइयां बांटे। अपने-अपने विधि विधान से पूजा अर्जना…
बाढ़ में डूबते व्यक्ति की कहानी एक बार एक गांव में भयंकर बाढ़ आ गई। एक आदमी पानी से घिरने लगा। उस व्यक्ति को विश्ववास था कि भगवान उसे जरुर…
आज का जीवनसूत्र चार यात्री एक साथ यात्रा पर थे !उनमें एक पर्शियन था ! दूसरा तुर्क , तीसरा अरबी तथा चौथा यूनानी ! उनकी फल खाने की इच्छा हुई…