Tag: jeevan mantar

जब गुरु ने बताये सफलता के असल मायने -आज का जीवन मंत्र 24c

सफलता की ईमारत खड़ी करते समय उसमें परोपकार की ईंटें लगाना न भूलें किसी समय एक प्रसिद्ध ऋषि गुरुकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते थे । उनके गुरुकुल…

साधु ने खजूर का क्या किया? आज का जीवनमंत्र 24c

इच्छाएं कभी खत्म नहीं होती एक साधु गाँव के बाहर वन में स्थित अपनी कुटिया की ओर जा रहा था। रास्ते में बाज़ार पड़ा। बाज़ार से गुजरते हुए साधु की…

युवक नहीं पकड़ पाया बैल की पूंछ-आज का जीवनमंत्र24c

निकल गया अवसर हाथ नहीं आता एक नौजवान एक किसान की बेटी से शादी की इच्छा लेकर किसान के पास गया। किसान ने उसकी ओर देखा और कहा, ” युवक,…

भंवरे की संगति ने बदल दिया कीड़े का जीवन-आज का जीवनमंत्र 24c

अच्छी संगति का फल भी अच्छा एक बार एक भंवरे और एक गोबरी (गोबर में रहने वाले) में मित्रता हो गई। मित्रतावश भंवरे ने कीड़े को अपने यहां आने का…

जीवन में कामयाब होने के लिए क्या है ज़रूरी?: आज का जीवनमंत्र 24c

हर पल सीखते रहिये! एक बार गाँव के दो व्यक्तियों ने शहर जाकर पैसे कमाने का निर्णय लिया। शहर जाकर कुछ महीने इधर-उधर छोटा-मोटा काम कर दोनों ने कुछ पैसे…

तीन कसौटियों का परीक्षण: आज का जीवनमंत्र 24cNews

सुकरात की शिक्षा प्राचीन यूनान में सुकरात अपने ज्ञान और विद्वता के लिए बहुत प्रसिद्ध था। सुकरात के पास एक दिन उसका एक परिचित व्यक्ति आया और बोला, “मैंने आपके…

समस्याओं का समाधान कैसे खाेजें?:आज का जीवन मंत्र 24c

समस्याओं में ही छिपा हाेता है समस्याओं का हल भगवान बुद्ध अक्सर अपने शिष्यों को शिक्षा प्रदान किया करते थे। एक दिन प्रातः काल बहुत से भिक्षुक उनका प्रवचन सुनने…

गुरु ने कैसे ली अपने शिष्यों की परीक्षा: आज का जीवनमंत्र 24c

हजरत निजामुद्दीन औलिया और अमीर खुसरो हजरत निजामुद्दीन औलिया के कई हजार शागिर्द थे। लेकिन जैसा कि हर गुरु के साथ होता है कि कोई न कोई उनका प्रिय शिष्य…

जब न्यूटन के शोध पत्र जल गए थे? आज का जीवनमंत्र 24c

क्रोध में संयम रखें भौतिक विज्ञान के विकास में जिन वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान है उसमें आइजक न्यूटन का अप्रितम योगदान है। वे कहा करते – ‘कठिनाइयों से गुजरे बिना…

सृजना के लिए धैर्य है ज़रूरी: आज का जीवनमंत्र 24cNews

रबीन्द्रनाथ टैगोर का किस्सा गुरूदेव रवीन्द्र नाथ ठाकुर शान्ति निकेतन के अपने एकान्त कमरे में कविता लिखने में तल्लीन थे। तभी नीरवता को बेधती हुई एक आवाज आई – ‘रूको’…