कैम, कैर, कैंदू, जाल अब भी हैं यहां, आज के समय में दुर्लभ हैं ये वृक्ष! महम चौबीसी की धरोहर है ये स्थल! किसने छोड़ा था? कहां है और अब किस हालात में है यह स्थल? पढ़िए 24c संडे स्टोरी
फरमाणा गांव के इस प्राकृतिक व सुरम्यी स्थल बास्ती आला को सहेजने की जरूरत है इन दिनों भरा है बारिश का पानी, ऐतिहासिक तालाब भी है अनदेखी का शिकारमहर्षि दयानंद…