24सी न्यूज का प्रदूषणमुक्त दीपावली अभियान
आंखे हैं तो जहान है।
दीपावली पर प्रदूषण के और अधिक बढ़ने की संभावना
आंखों को कैसे रखें सुरक्षित, बता रहे हैं-नेत्र रोग चिकित्सक डा. आनंद शर्मा
सहयोगी सोहन फरमाणा से बातचीत
नेत्र रोग चिकित्सक डा. आनंद शर्मा ने कहा है कि पटाखों से जहरीली गैंसे निकलती हैं। खासकर चकरी तथा अनार पटाखें आंखों के लिए बेहद खतरनाक हैं। आंखों की सुरक्षा के लिए दीपावली पर पटाखों से बचें।
24सी न्यूज के सुरक्षित दीपावली अभियान के तहत डा. आनंद शर्मा ने बातचीत मे बताया कि पटाखों से निकलने वाली गैंसों और धूएं से आंखों को स्थायी तौर पर नुकसान हो सकता है। पटाखों का सबसे अधिक नुकसान आखों को ही होता है। हालांकि त्वचा और कानों को काफी नुकसान होता है। कई बार पटाखों से आंखों कोरनियां जल जाता है तथा रेटिना को नुकसान हो जाता है और आंखें स्थायी रूप से कम या अधिक खराब हो जाती हैं। इन दिनों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है, इसलिए आंखों की सुरक्षा का ध्यान रखें।
जरुरी हो तो चश्मा लगाएं
डा. शर्मा ने कहा है अच्छा तो ये हैं कि पटाखों से ही बचा जाए। अगर पटाखे चलाने ही हो तो चश्मा लगा कर चलाएं। ताकि आखों को कम से कम नुकसान हो। बच्चों को पटाखे चलाने से रोके या फिर अपनी देखरेख में ही बच्चों को पटाखे चलाने दें।
तुरंत दे ध्यान
डा. शर्मा का कहना है कि आंखों को बार-बार ठंडे पानी से धोना आंखों के लिए काफी लाभदायक होता है। यदि पटाखों से कोई नुकसान होने की आशंका है तो तुरंत आंखों को ठंडे पानी से धोएं तथा बिना देरी के डाक्टर से संपर्क करें। कई बार आंखों में चोट के तुरंत प्रभाव नहीं दिखते। समय बीतने पर इलाज भी मुश्किल होता जाता है। आंखों को रगड़े या मसले ना।
मोबाइल का अधिक प्रयोग नुकसानदेह
डा. शर्मा ने कहा है कि मोबाइल का अधिक प्रयोग आंखों के लिए खतरनाक है। मोबाइल का कम प्रयोग करें। मोबाइल स्क्रीन को ज्यादा ब्राइट ना रखें। गलत ढंग से बैठकर या लेटकर मोबाइल का प्रयोग ना करें। खानपान में फलों तथा हरी सब्जियों का प्रयोग अधिक करें।