वरिष्ठ भाजपाई तथा रामलीला निदेशक हरभगवान धवन नहीं रहे
जीवन पर्यन्त भाजपा से जुड़े रहे
भाजपा के अति वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं महम की रामलीलाओं में अग्रणी भूमिका निभाने वाले हरभगवान धवन नहीं रहे। उनका बुधवार की शाम पीजीआई रोहतक में निधन हो गया। 78 वर्षीय हरभगवान धवन 1957 से जनसंघ के समय से ही भाजपा से जुड़े हुए थे। जीवन पर्यन्त इसी विचार धारा के साथ ही रहे। सम्मान स्वरूप उनके शव को भाजपा के झंडे में रखा गया। उनका आज नए बस स्टैंड के पास स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ता तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
चौ. देवीलाल भी थे अटल जी के साथ
देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपायी भी 1985 में हरभगवान धवन के घर आए थे। तब महम विधानसभा का उपचुनाव था और चौ. देवीलाल के समर्थन अटल जी की महम में जनसभा हुई थी। इस जनसभा के बाद अटल जी तथा चौ. देवीलाल इनके निवास पर आए थे। हरभगवान धवन के छोटे भाई वेदप्रकाश धवन वर्तमान में महम नगरपालिका के मनोनीत पार्षद हैं।
पूरा डोंगा खीर खाई चौ. देवीलाल ने
वेदप्रकाश धवन ने बताया कि घर पर खाना खाते समय उन्होंने अटल बिहारी वाजपायी तथा चौ. देवीलाल के सामने कटोरियों में खीर परोस दी थी। तब अटल जी ने मजाक किया कि धवन साहब किसान नेता के सामने कटोरी में खीर परोसी है, ये तो थाली में खाते हैं। तब चौ. देवीलाल ने पूरे डोंगे की ही खीर खा ली थी और कहा लो अटल जी, देखो किसान का अंदाज। तब सब खूब हंसे थे।
कुछ दिन पहले हुई थी 24सी से मुलाकात
हरभगवान धवन से कुछ दिन पहले ही 24सी की मुलाकात हुई थी। उन्होंने महम की रामलीला के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। 1963 में भक्तराम कुमार जी द्वारा लिखित आदर्श रामलीला का मंचन शुुरु हुआ था। हरभगवान धवन ने इस रामलीला का निर्देशन किया था। गोकुल चंद पटवारी इस रामलीला कमेटी के अध्यक्ष तथा सेठ देवत राम कमेटी के कोषाध्यक्ष थे। 1969 से गीता भवन मंदिर के पीछे वाले मैदान पर गीता भवन रामलीला का शुभारंभ हुआ था। इस रामलीला का निर्देशन भी हरभगवान धवन ही करते थे। हरभगवान धवन ने लगभग 40 वर्षों तक रामलीलाओं का निर्देशन किया तथा भूमिकाएं भी की। हर भगवान धवन अपने पीछे दो लड़कों और दो लड़कियों का परिवार छोड़ कर गए हैं।
For more updates, Download 24C News app: https://play.google.com/store/apps/details?id=com.haryana.cnews