उत्पन्न होगे रोजगार के अवसर – उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार

  • करीब 50 एकड़ में बनाया जा रहा है यह पार्क
  • निवेशक भी स्थापित कर सकेंगे विभिन्न यूनिट

रोहतक के उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि रोहतक में करोड़ों रुपए की लागत से बनाए जा रहे मेगा फूड पार्क से जहां किसानों को लाभ पहुंचेगा, वही इस परियोजना से बड़ी संख्या में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की संभावना है। 

कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि रोहतक के इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) में मेगा फूड पार्क भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की मेगा फूड पार्क योजना के तहत स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य खेत से बाजार तक मूल्य श्रृंखला के साथ खाद प्रसंस्करण के लिए आधुनिक मूल संरचना सुविधाएं प्रदान करना है। 

कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने फरवरी 2018 में इस परियोजना को अनुमति प्रादन की थी। इसका कार्य सितंबर 2021 तक पूरा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि परियोजना की कुल लागत 179.75 करोड़ है। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय इस परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपए की अनुदान सहायता उपलब्ध करवाएगा। मेगा फूड पार्क की स्थापना राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर दस पर रोहतक-दिल्ली मार्ग पर की जा रही है।

मेगा फूड पार्क के बारे में जानकारी देते उपायुक्त रोहतक

उपायुक्त ने कहा कि आईएमटी का हिस्सा होने के कारण फूड पार्क के लिए ढांचागत सुविधाएं जैसे सडक़, बिजली, सीवरेज आदि की सुविधा पहले से ही विकसित है। उन्होंने कहा कि अन्य सुविधाएं जैसे कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, साइलोज तथा बायलर आदि का कार्य है फेड द्वारा आरंभ किया जा चुका है। कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि रोहतक का मेगा फूड पार्क 50 एकड़ में विकसित किया जा रहा है, जिसमें 750 से 4050 वर्ग मीटर के भूखंड है जोकि छोटे उद्यमियों के लिए उपलब्ध होंगे। मल्टी क्रॉप प्रोसेसिंग लाइन (सब्जियां व फल) से संबंधित यूनिट के लिए रैडी टू ईट फूड, मसाला प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग, तेल निष्कर्षण, कैनिंग, बेकरी, इन्टेग्रेटिड मिल्क प्रोसेसिंग, टेटरा पैकिंग यूनिट तथा पशु चारा तैयार करने की इकाइयां मेगा फूड पार्क में निवेशकों द्वारा स्थापित की जा सकती है।

कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि मेगा फूड पार्क के साथ ही इस परियोजना से जुड़े 3 प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र यमुनानगर, सोनीपत और सिरसा जिले में भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेगा फूड पार्क खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अपनी तरह की यह पहली परियोजना है। जहां खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों की पूरी प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। इसमें किसान भी समूह बनाकर यूनिट ले सकेंगे।

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