श्री राम के वन में जाने से व्याकुल दशरथ

1999 से निभा रहे हैं लगातार दशरथ की भूमिका

पंचायती रामलीला व आदर्श रामलीला में निभाई भूमिका
24सी न्यूज, विशेष रामलीला कलाकार श्रृंखला

वैसे तो रामलीला का हर दृश्य चुनौतीपूर्ण होता है। लगातार दस से ज्यादा दिन तक चलने वाला यह नाट्य आयोजन कलाकारों के धैर्य व कौशल की पूरी परीक्षा लेता है। रामलीला के चुनौतीपूर्ण दृश्यों में एक दृश्य दशरथ कैकेयी संवाद का भी होता है। जब कैकेयी दासी मंथरा के शिकावे में आकर राजा दशरथ से श्रीराम को वन में जाने और भरत के लिए राज मांगती है, तो इस संवाद दर्शक इंतजार करते हैं। साथ ही कलाकारों के कौशल को भी परखा जाता है।
1999 से लगातार दशरथ की भूमिका निभा रहे कैलाश गोयल इस चुनौतीपूर्ण दृश्य को अत्यंत संजीदगी से निभाते हैं। वैसे तो कैलाश गोयल ने रामलीला में कई अन्य भूमिकाएं भी निभाई हैं, लेकिन इन्हें दशरथ की भूमिका के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में कर्मचारी कैलाश गोयल गायक भी अच्छे हैं।
कहते हैं कि नाट्य रामलीला में दशरथ की भूमिकामें सभी दृश्यों के दौरान दस ज्यादा गाने भी हैं। जो अलग-अलग तर्जों पर हैं, जिन्हें गाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण है।

रुठी कैकेयी को मनाते दशरथ

दस दिन तक रहा था सिर मे दर्द
कैलाश गोयल बताते हैं कि कैकेयी जब श्रीराम के लिए वनवास मांगती है तो दशरथ अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर जाते हैं। आमतौर पर इस दृश्य के लिए स्टेज पर गद्दे आदि की व्यवस्था की जाती है, ताकि दशरथ की भूमिका निभा रहे कलाकार को चोट ना लगे। एक बार स्टेज पर चोट से बचने की कोई व्यवस्था नहीं की गई, लेकिन भूमिका के भाव को बनाए रखने के लिए वो ऐसे ही गिरे जैसे पहले गिरते थे। उन्हें सिर में चोट लगी और दस तक दर्द रहा।
चिकनगुनिया में भी निभाई भूमिका
एक बार रामलीला के दिनों में उन्हें चिकनगुनिया हो गया। लेकिन दशरथ की भूमिका के प्रति उनका लगाव इस कदर था कि उन्हें चिकनगुनिया में भी यह भूमिका निभाई। कैलाश गोयल महम में एक चर्चित रामलीला कलाकार हैं।

कैलाश गोयल

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