कर्मचारियों ने लिखा सचिव को पत्र
ईपीएफ व एएसआई की बकाया राशि की मांग
महम
महम नगरपालिका के कच्चे कर्मचारियों का आरोप है कि उनके वेतन व ईपीएफ, ईएसआई राशि मंे घोटाला हो रहा है। इसके लिए कर्मचारियों पालिका सचिव को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। साथ ही कर्मचारियों ने कहा है कि उन्हें उनकी बकाया राशि भी दी जाए।
कर्मचारियों ने सचिव के नाम लिखे पत्र में कहा है कि महम नगरपालिका में अनुबंध के आधार पर 47 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनका वेतन संबंधित एजेंसी द्वारा उनके खाते में डाला जाता है। एजेंसी के हिसाब से उन्हें 15100 रूपए प्रति कर्मचारी वेतन दिया जा रहा है।
कर्मचारियों का कहना है कि डीसी द्वारा जारी पत्र के अनुसार उनका महीनें का वेतन प्रति कर्मचारी 16000 रूपए बनता है। इस प्रकार उनके वेतन में घोटाला हो रहा है। उनके वेतन के हिसाब से उनका प्रत्येक महीने का ईपीएफ ईएसआई 2190 रूपए बनता है। कर्मचारियों का आरोप है कि यह राशि भी उनके खाते में नहीं जमा नहीं करवाई जा रही।
कर्मचारियों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कर्मचारियों का ईएसआई कार्ड बनवाया जाए तथा प्रत्येक महीने सैलरी स्लिप दी जाए।
पालिका सचिव को दी शिकायत की जारी कॉपी पर बंसीलाल, गुड्डी देवी, नरेश, पूनम, आशा, सरोज, सीमा, वीरभान, सुभाष, राजेश, नवीन, सुमित्रा, सुनील व नीलम आदि कर्मचारियों के हस्ताक्षर हैं।
सवाल ये भी है
पिछले कुछ दिनों से महम पालिका में सफाई व्यवस्था में तैनात ट्रैक्टरों तथा कर्मचारियों की संख्या भी मुद्दा बनी हुई है। एक आरटीआई के हवाले से बताया जा रहा है कि महम पालिका में एजेंसी के माध्यम् से 58 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। जबकि कर्मचारियों ने अपने पत्र में कुल संख्या 47 ही बताई है। इस मुद्दे को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पालिका द्वारा आधिकारिक रूप से इस संबंध में अभी कोई सपष्टीकरण नहीं दिया गया है।