बैठक में नशा मुक्ति अभियान चलाने का लिया गया निर्णय
महम
महम शहर में आखिर नशे के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। वार्ड दस में नागरिकों ने एक बैठक की है। इस बैठक में नशे के खिलाफ अभियान चलाने पर विस्तृत चर्चा की गई। वार्ड दस ही अनुसूचित जाति की चौपाल में हुई इस बैठक का संयोजन रोशन फौजी ने किया।
रोशन ने बताया कि महम शहर नशे के भयंकर चंगुल में फस चुका है। बीते कुछ दिनों में महम में आधा दर्जन से भी अधिक मौते नशे के कारण हो चुकी हैं। इनमें से मरने वालों की ज्यादा संख्या वार्ड दस से है। रोशन ने बताया कि नागरिकों का मानना है कि यह एक अत्यंत गंभीर विषय है। युवा पीढ़ी नशे के चक्कर में फसकर बर्बाद हो रही है। मरने वालों में अधिकतर युवा गरीब परिवारों से संबंधित थे। 5 अक्टूबर को भी वार्ड दस एक युवक की नशे के कारण मौत हुई है।
कई और भी युवा ऐसे हैं जो नशे के चंगुल में फस चुके हैं। खतरनाक किस्म के नशे का प्रयोग करने लगे हैं। नशे और अपराध को भी सीधा संबंध है। नागरिकों का कहना है कि अगर युवाओं को नशे से दूर नहीं रखा गया तो वे अपराध की दुनिया में भी प्रवेश करेंगे। महम में अपराध का ग्राफ भी बढ़ेगा।
बैठक में तय किया कि महम में नशा मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। मनोवैज्ञानिकों तथा डाक्टरों की सहायता से नशे की गिरफ्त में आ चुके युवाओं को मुख्यधारा में लाया जाएगा। ऐसे कदम भी उठाए जाएंगे कि युवा नशे की ओर अग्रसर ही ना हों। इसके लिए समाजसेवकों तथा प्रशासनिक अधिकारियों की सहायता भी ली जाएगी।
बैठक में तय किया गया नशा मुक्ति अभियान के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति के माध्यम् से नशे के खिलाफ जागरुकता की गतिविधियां चलाई जाएंगी। बैठक में राजू फौजी, भीम सिंह, सीता राम, जोगेंद्र, रामबिलास, रामदिया, दलबीर, रविंद्र, नवीन व संदीप आदि उपस्थित रहे। इंदु दहिया/ 8053257789
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