भारती को जीत का प्रमाण पत्र सौंपते चुनाव अधिकारी

क्रांति तीन पर और मीना रही चार नम्बर पर

आप की खुद तो करिश्मा नहीं कर पाई, लेकिन अमरजीत कौर की हार का कारण जरूर बन गई
इंदु दहिया

महम नगरपालिका चुनाव के परिणाम आ गए हैं। जैसा की अंदाजा और कयास थे! भारती पंवार और अमरजीत कौर बहमनी के बीच कांटे की टक्कर रही। आखिर भारती पंवार ने बाजी मार ली। भारती पंवार को 3296 और अमरजीत कौर बहमनी को 3018 मत मिले। तीसरे स्थान पर विधायक बलराज कुन्डू समर्थित क्रांति पुनिया रही। उन्हें 2179 वोट मिले। मीना वाल्मीकि को 1848 वोटों से संतोष करना पड़ा।
आम आदमी पार्टी की रवीना ने जोरदार प्रचार अभियान चलाया था। लेकिन एक हजार का आंकड़ा भी नहीं छू पाई। हालांकि रवीना अमरजीत कौर की हार का सबसे बड़ा कारण जरूर बन गई। रवीना उसी वार्ड और पड़ोस से थी जहां से अमरजीत कौर बहमनी थी।
कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आशा चावरिया को 757 मत मिले जबकि निधि को 300 मतों से संतोष करना पड़ा। निर्दलीय प्रत्याशी कौशल्या को 158 मत मिल गए। कौशल्या ने पहले दिन ही अमरजीत कौर बहमनी का समर्थन कर दिया था। अमरजीत कौर बहमनी के साथ मिलकर ही चुनाव प्रचार अभियान चलाया जा रहा था। ये वोट भी अमरजीत कौर को नुकसान माना जा रहा है। इनेलो की पूनम को 147 मत मिले।
आम आदमी पार्टी की बागी प्रत्याशी सीमा रानी को 138 मत ही मिले। जबकि नोटा को 70 मत मिले हैं। मीना वाल्मीकि की बेटी अंजु रानी का भी सहयोगी के रूप में नामांकन था। उनके निशान पर 66 वोट पड़े हैं।

भारती पंवार

शहर के विकास के लिए काम करूंगी-भारती
भारती ने चुनाव जीतने के बाद कहा है कि वो शहर के विकास के लिए कार्य करेंगी। जो काम गत योजना में नहीं हो पाए थे। वे कार्य अब इस योजना में पूरे किए जाएंगे। उन्होंने इस जीत को पूरे शहर की जीत बताया है।
पहले चार में से तीन स्थान भाजपा के ही कार्यकर्ताओं को मिले
हालांकि यह चुनाव किसी पार्टी को आधार बनाकर नहीं लड़ा जा रहा था। इसके बावजूद मुख्य मुकाबला भाजपा के ही कार्यकर्ताओं के बीच रहा। भारती पंवार निवर्तमान प्रधान फतेह सिंह की पुत्रवधु हैं। वे भाजपा में हैं और उन्हें भाजपा नेता शमसेर खरकड़ा अति नजदीकी माना जाता है। अमरजीत कौर बहमनी पूर्व पालिका प्रधान जगबीर बहमनी के भाई की पत्नी है। जगबीर बहमनी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। भारती तथा अमरजीत कौर का वोट प्रतिशत लगभग बराबर 24 प्रतिशत रहा। जगबीर बहमनी के लिए संतोष की बात यह है कि उसके साथ कोई बड़ा नाम नहीं था। आर्थिक रूप से वह भी मजबूत नहीं था। इसके बावजूद वह जीत लगभग करीब पहुंच गया था।
विधायक बलराज कुन्डू ने एक जोखिम भरा निर्णय लिया था। अनुसूचित जाति की क्रांति का विवाह पंजाबी बिरादरी में हो रखा है। उन्हें विश्वास था कि पंजाबी बिरादरी का उन्हें भरपूर समर्थन मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। मीना वाल्मीकि और क्रांति पूनिया एक ही एरिया से हैं। क्रांति पूनिया तीन नम्बर पर रही। मीना वाल्मीकि का चुनाव आरंभ आगे दिख रहा था, लेकिन धीरे-धीरे भाजपा का खेमा तेजी से बंटने लगा और मीना को नुकसान होता चला गया। क्रांति पूनिया से भी ज्यादा नुकसान मीना को हुआ। हालांकि मीना के लिए संतोष की बात यह है कि अंत तक चुनाव में मजबूती से डटी रही। यह सिद्ध करने में कामयाब रही कि भाजपा के संगठन के स्तर पर उसे भी आशीर्वाद प्राप्त है।
आम आदमी पार्टी केवल इस बात पर संतोष कर सकती है कि उनका प्रत्याशी कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी से आगे रहा। रवीना और अमरजीत कौर के परिवारों में आपसी मतभेद काफी हैं। ऐसे में रवीना को यह संतोष हो सकता है कि वह अमरजीत कौर की हार का कारण बन गई।
कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी का अनुभवहीन होना उसके लिए अतिरिक्त परेशानी बना। आशा चावरिया आरंभ से अंत तक कहीं भी चुनाव में मजबूत होती नहीं दिखी। यही कारण रहा कि उन्हें केवल 754 मत मिले। हालांकि कांग्रेस इस बात से संतोष कर सकती है कि इस चुनाव ने भाजपा में ऐसी दरार पैदा कर दी है कि भविष्य में इसका फायदा कांग्रेस व विधायक बलराज कुन्डू को हो सकता है।
खैर जो भी हो यह चुनाव का खेल था। शांति से संपन्न हो गया। यह शहरवासियों के लिए संतोष की बात है।
पार्षदों के ये रहे परिणाम
वार्ड एक से विजेता कमल पत्नी नरेश ढाका ने महेश शर्मा को 12 मतों से हराया। वार्ड दो में मोनू अपने प्रतिद्वंदी दलबीर से 214 मतों से जीते। वार्ड तीन रेणू ने आशीष को 239 मतों से हराया। वार्ड चार में मोनिका ने सोनिया को 473 मतों से हराया। वार्ड पांच में अनिल कुमार ने राकेश कुमार को 28 मतों से पराजित किया। वार्ड 6 मंे शैंकी गिरधर ने राजेश कुमार को 271 मतों से हराया। वार्ड सात में बसंत लाल गिरधर ने जोगेंद्र को 263 मतों से पराजित किया। वार्ड आठ में विनोद ने संदेश को 58 मतों से हराया। वार्ड नौं कौशल्या देवी अपनी नजदीकी प्रतिद्वंदी मुकेश से 38 मतों से विजयी रही। वार्ड दस से ईश्वर सिंह 14 मतों से विजयी रहे। वार्ड 11 में चंचल चाबा ने 231 मतों से विजयी रही। वार्ड में बजरंग लाल ने मोनू मल्हौत्रा को 205 मतों से पराजित किया। वार्ड 13 में रेणू ने सुदेश को 134 मतों से हराया। वार्ड 14 में विकास 102 मतों से विजयी रहे जबकि वार्ड 15 में सुमन ने कोमल को 87 मतों से पराजित किया। इंदु दहिया/ 8053257789

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