रविवार को हुई पूर्णाहूति
महम
श्रीभगवदधाम मंदिर में सोमवार से शुरु हुआ 74वां भक्तिज्ञान यज्ञ तथा श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ रविवार को संपन्न हो गया। डा. स्वामी विवेकानंद जी महाराज ने यज्ञ को पूर्णाहूति दी तथा श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब तक व्यक्ति अपने जीवन में धर्म नहीं अपनाएगा, व्यक्ति के मन का मैल नहीं जा सकता। व्यक्ति को धर्म और अधर्म का चिंतन करके ही जीवन जीना चाहिए। श्रीराम के जीवन से हमें सीख लेनी चाहिए। यदि हम प्रभू के शरणागत हो जाएं तो मोह, माया और काम से दूर हो जाएंगे।
श्रीराम राजतिलक के साथ श्रीराम कथा संपन्न
इस भक्ति आयोजन के अंतिम दिन श्रीराम के राजतिलक की कथा हुई। कथा का वाचन पंडित प्रहलाद मिश्र ने किया है। स्वामी जी ने एसकेजी सीसे स्कूल के शिक्षकों तथा स्टाफ को भी संबोधित किया। तथा विद्यार्थियों को भी जीवन जीने तथा शिक्षा के संबंधित धार्मिक, आध्यात्मिक तथा शैक्षणिक प्रवचन दिए। इस अवसर पर डा. स्वामी विवेकानंद जी महाराज के शिष्य स्वामी रविंद्रा नंद जी भी उपस्थित रहे।
श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
भक्ति आयोजन के समापन के अवसर पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। भंडारे में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर एसकेजी स्कूल की प्राचार्या वंदना गेरा, पवन कुमार गेरा, बिट्टू मेहंदीरत्ता, कृष्ण गेरा, राजकुमार भल्ला, हंसराज गेरा, बलदेव गेरा, कन्हैया मथूरिया, तिलक मेंहदीरत्ता, पुष्कर मेंहदीरत्ता, नीलम भल्ला, खुशूब तथा तानिया सहित एसकेजी स्कूल के स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।