चौबीसी युवा वेटलिफ्टिंग क्लब के वेटलिफ्टरों को हर साल मिल रहे हैं पदक

1993 में हुई थी क्लब की स्थापना, खेल स्टेडियम में करते हैं अभ्यास
हरियाणा की टीम में कई बार तो आधे से ज्यादा होते हैं खिलाड़ी


अगर हौंसलों की उड़ान हो तो सुविधाएं और हालात बौने हो जाते हैं। उपमंडल स्तर के एक सामान्य से कस्बे महम से न केवल अंतराष्ट्रीय स्तर के वेटलिफ्टर निकले हैं, बल्कि नर्सरी भी तैयार हो रही है। चौबीसी युवा वेटलिफ्टिंग क्लब महम वेटलिफ्टिंग को अपने दम पर पहचान देने में जुटी हुई है। आरंभ से ही महम के खेल स्टेडियम की सीढ़ियों के नीचे क्लब के वेटलिफ्टर अभ्यास कर रहे हैं। यहां के वेटलिफ्टरों की उपलब्धियों से प्रेरित होकर ही यहां के बच्चों का भी वेटलिफ्टिंग के प्रति रुझान बढ़ रहा है।


1993 में हुई थी स्थापना
चौबीसी युवा वेटलिफ्टिंग क्लब की 1993 में स्थापना हुई थी। इस क्लब के संस्थापक वीरेंद्र सिंह यादव, स्वयं अंतराष्ट्रीय स्तर के वेटलिफ्टिर रहे हैं। वेटलिफ्टिंग के दम पर ही ये सीआरपीएफ में कमान्डेन्ट बने। वर्ष दो हजार नौ से जोगेंद्र गिल इस क्लब के कोच के रूप में कार्य कर रहे हैं।


ओलंपिक स्तर के वेट हैं क्लब में
जोगेंद्र गिल ने बताया कि क्लब के पास कुल दस वेट सैट हैं। इनमें से चार ओलंपिक स्तर के वेट हैं। सभी सुविधाएं बिना किसी सरकारी सहायता के जुटाई जा रही हैं। वेटलिफ्टर अपने रहने खाने का इंतजाम खुद करते हैं। इन सुविधाओं को अब और अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में हर वर्ग के पचास से अधिक वेटलिफ्टर यहां अभ्यास करते हैं।


इन वेटलिफ्टिरों को मिली सरकारी नौकरी
वेटलिफ्टिंग के दम पर ही ही शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे वर्तमान कोच जोगेंद्र गिल ने बताया कि इस खेल के कारण वीरेंद्र यादव के अतिरिक्त श्रीनिवास को हरियाणा पुलिस में, अमित छौक्कर, नवीन, पवन तथा संजीत को रेलवे में, संदीप व राजबीर को डाकविभाग में, प्रमोद, ब्रह्मजीत गोयत व सोमबीर को सीआरपीएफ में, विजय को कृषि विभाग में नौकरी मिल चुकी है। राहुल साहरण एनएसजी कमांडों हैं। संदीप यादव एयरफोर्स में हैं।


जीत चुके हैं नेशनल चैंपीयनशिप
इस क्लब के वेटलिफ्टिर तीन बार वेटलिफ्टिंग की नेशनल चैंपीयनशिप भी जीत चुके हैं। स्टेट चैंपीयनशिप तो कई बार इस क्लब के नाम हो चुकी है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं तथा अखिल भारतीय विश्वविद्यालय वेटलिफ्टिंग चैंपीयनशिप में भाग लेने वाले टीमों में कई बार इस क्लब से संबंधित आधे से अधिक खिलाड़ी होते हैं। क्लब में महम के अतिरिक्त प्रदेश के अन्य स्थानों तथा उत्तर प्रदेश व राजस्थान के वेटलिफ्टर भी अभ्यास के लिए आते हैं।

जोगेंद्र गिल

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