अमित के पिता के बयान पर हुआ है बास थाने में मामला दर्ज
दो युवकों के नामजद सहित अन्य 5-6 को बनाया गया है आरोपी
दो गुटों में चल रही रंजिश का परिणाम बताया गया है यह हत्याकांड
महम
हांसी के बास थाना क्षेत्र में हत्या का शिकार हुए गांव निंदाना के अमित व संदीप के शव सोमवार की दोपहर बाद गांव में पहुंच गए। गांव में कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस हत्याकांड को लेकर गांव निंदाना स्तब्ध है, गांव में पनप रहे गैंगवार को लेकर ग्रामीण चिंतित भी हैं। एक समय महम चौबीसी का शांतिप्रिय माना जाने वाले निंदाना में आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं।
शव तो दोनों के एक साथ ही गांव में आए थे। लेकिन अमित का अंतिम संस्कार पहले हो गया था। संदीप का अंतिम संस्कार कुछ देर बाद हुआ। संदीप का भाई दीपक जेल में था। उसके भाई को अंतिम संस्कार के लिए गांव में लाया गया। उसके आने के बाद संदीप का संस्कार हुआ। रविवार की सुबह निंदाना के अमित व संदीप की हत्या गांव पुट्ठी से बेडवा रोड़ पर कर दी गई थी। इस संबंध में अमित के पिता रणबीर ने बास थाना में मामला दर्ज कराया है।
रणबीर ने कहा है कि उसका लड़का लगभग 30 वर्षीय अमित उर्फ गबदू अपने साथी गांव के ही संदीप पुत्र कृष्ण के साथ देशी इलाज के लिए गांव पाली गया था।
वापिस आते समय उनकी वैगनार गाड़ी नम्बर एचआर-46डी-7105 को पुट्ठी से बेडवा रोड पर घेर लिया। अमित व संदीप पर कार में आए हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई।
गाड़ी संदीप चला रहा था। संदीप की गाड़ी में ही मौत हो गई। जबकि अमित गाड़ी से निकल कर भाग लिया। लगभग तीन किले पीछा करके हमलावरों ने अमित को भी गोलियों से छलनी कर दिया।
दो को किया नामजद
रणबीर का कहना है कि एक महीना पहले भी अमित पर गांव के ठेके पर हमला किया गया था। इस हमले में अमित बच गया था। इस संबंध में महम थाने में मुकद्दमा भी दर्ज है। इस मुकद्दमें में संदीप उर्फ धरती, चांद, मोनू, अशोक उर्फ शोकी व अन्य को नामजद किया गया था। अमित के पिता रणबीर ने अपनी शिकायत में कहा है कि अमित व संदीप की हत्या संदीप उर्फ डीसी के कहने पर की गई है। रणबीर ने अशोक उर्फ शोकी के साथ 5-6 अन्य पर हत्या करने का आरोप लगाया है।
मोबाइल कॉल ने कराई पहचान
हत्याकांड को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गए। संदीप का शव गाड़ी में और अमित को शव लगभग तीन किले दूर खेतों में पड़ा था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो शवों का शिनाख्त पहली चुनौती थी।
अमित व संदीप के मोबाइल फोन भी मौके पर ही पड़े थे। उनके फोन की घंटियां बज रही थी। उनके फोन पर काल करने वालों से बातचीत के आधार पर अमित व संदीप की पहचान हुई तथा उनके परिजनों को सूचना दी गई। उसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे तथा अमित के पिता रणबीर ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया। (एफआईआर)
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