रोहतक की मंडियों में खरीदा गया 31788 मीट्रिक टन गेंहू
- 2408 मीट्रिक टन सरसों की हुई खरीद
- जिल में फसल खरीद का कार्य जारी
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि जिला मेंं रबी खरीब सीजन के दौरान मण्डियों व खरीद केन्द्रों में गेंहू व सरसों खरीद का कार्य जारी है। शनिवार तक जिला की विभिन्न मण्डियों में 31788 मीट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई है। रोहतक मंडी में 146 मीट्रिक टन जौ की खरीद व्यापारियों द्वारा की गई है। विभिन्न मंडियों में 2408 मीट्रिक टन सरसों की खरीद भी की गई है। सरकार द्वारा गेंहू के लिए 1975 रूपए प्रति क्विंटल एवं सरसों के लिए 4650 रूपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की गई है। जिला प्रशासन द्वारा सभी मण्डियों में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं।
ये है गेंहू खरीद का ब्यौरा
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि कलानौर मंडी में 4258 मीट्रिक टन, महम मंडी में 3173 मीट्रिक टन, रोहतक मंडी में 13578 मीट्रिक टन तथा सांपला मंडी में 8626 मीट्रिक टन, काहनौर मंडी में 1698 मीटिक टन, किलोई मंडी में 350 मीट्रिक टन व सांघी मंंडी में 105 मीट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई है।
ये सरसों खरीद का ब्यौरा
रोहतक मंडी में 1906 मीट्रिक टन, महम मंडी में 187 मीट्रिक टन व सांपला मंडी में 59 मीट्रिक टन व कलानौर मंडी में 256 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई है। रोहतक मंडी में 146 मीट्रिक टन जौ की खरीद की गई है।
उपायुक्त ने जिला के किसानोंं को आह्वान किया है कि वे फसलों को अच्छी तरह सुखाकार एवं साफ करके लाएं ताकि उन्हें फसल की बिक्री में कोई असुविधा ना हो।
अवशेषों को ना जलाएं
उपायुक्त ने कहा कि किसान फसल अवशेषोंं को न जलाएं बल्कि उन्हें मिट्टी में मिलाकर भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाएं। फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण को हानि होने के साथ-साथ पशुओं के चारे की कमी होती है तथा भूमि मेंं मौजूद मित्र कीट नष्ट हो जाते है। इसलिए फसल अवशेषों को आग न लगाएं। जिला प्रशासन द्वारा फसल अवशेषों को जलाने वाले किसानों के विरूद्घ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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