पंचायती रामलीला में मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे जयहिंद
अपने भीतर के रावण को मारे बिना रावण पर सवाल उठाना गलत है
महम
आप के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा है कि रावण एक विद्वान और महान योद्धा थे। उनमें एक ही कमी थी कि वो अहंकारी थे। दुर्भाग्य यह है कि आज रावण से भी अधिक अहंकारी और अन्य पापों में लिप्त व्यक्ति रावण के पुतले का दहन करते हैं। रावण के पुतले का दहन करने का अधिकार उसी व्यक्ति को होना चाहिए जो राम जैसे चरित्र का हो।
नवीन जयहिंद बुधवार की रात्रि को महम में चल रही पंचायती रामलीला में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालात बदत्तर हो रहे हैं। बेरोजगारों की फौज बढ़ रही है। विधवाओं, बेसहाराओं, बुजुर्गों की पेंशन रोकी जा रही है। गांव-गांव, गली-गली नशे का कारोबार चरम पर है। रावण जलाना बंद करके झूठे वादे करने वाले नेताओं का विरोध करना आरंभ करो।
पंचायती रामलीला में बुधवार की रात्रि को मिथिला के बाजार से लक्ष्मण-परशुराम संवाद तक की लीला हुई। रामलीला के निदेशक प्रवीण शर्मा ने बताया कि राम की भूमिका संदीप शर्मा उर्फ सोनू ने, लक्ष्मण की प्रवीण शर्मा ने, सीता की दीपक शर्मा ने तथा परशुराम की भूमिका वरिष्ठ कलाकार केशव रोहिल्ला ने निभाई। जनक की भूमिका में शंकर छाबड़ा रहे। रावण की भूमिका अशोक गुलिया ने बाणासुर की भूमिका धर्मबीर शर्मा ने निभाई। विश्वामित्र की भूमिका में राजू काला रहे तथा भाट की भूमिका कृष्ण सोनी अदा ने की। इस अवसर रामलीला कमेटी के प्रधान दीपक दहिया भी उपस्थित रहे।
उधर आदर्श रामलीला में वार्ड दो की पार्षद मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रही। आदर्श रामलीला में ताड़का वध लीला का मंचन हुआ। राम की भूमिका ललित गोयल, लक्ष्मण की विक्की गोयल, वशिष्ठ की दीप गोयल तथा राजा जनक की भूमिका ओमप्रकाश दहिया ने निभाई। इंदु दहिया/ 8053257789
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