24c न्यूज का महम का चुनावी विश्लेषण सबसे पहले

16 हजार से अधिक मतों में से 12,954 वोट पोल हुई हैं
77.5 प्रतिशत मत हुए हैं पोल
बूथ वाइज लिस्ट भी देखिए
इंदु दहिया

महम पालिका चुनाव के प्रधान व पार्षद प्रत्याशियों का भाग्य वोटिंग मशीनों में बंद हो गया है। 22 जून को मतों की गिनती होगी। वोटिंग समाप्त होते ही विजेता के लिए चर्चाओं का दौर आरंभ हो गया है। जहां समर्थकों का अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में जीत का पूरा गणित है। वहीं आम नागरिक भी अपने-अपने अंदाज से समीकरण प्रस्तुत कर रहा है।
24c न्यूज को मिले रुझानों के अनुसार महम में कम से कम दो प्रत्याशियों के बीच कांटें की टक्कर के संकेत हैं। जबकि बाकी दो भी उल्टफेर कर सकते हैं। शेष प्रत्याशी बस किसी को हराने और जीताने की औपचारिकता पूरी करते हुए नजर आ रहे हैं।
अगर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रवीना ने अमरजीत कौर बहमनी के जातीय मतों में ज्यादा सेंधमारी नहीं की होगी तो अमरजीत कौर के समर्थकों का उत्साहित होना बनता है। अमरजीत कौर बहमनी की बिरादरी के मतों की संख्या महम में चुनाव लड़ रही बिरादरियों में सर्वाधिक लगभग दो हजार हैं। लगभग 1500 मतों के आसपास पोल होने की संभावना है। 900 से 1000 मत अकेली अमरजीत कौर मिलने कोे कयास हैं। गीता भवन मंदिर व गुरुद्वारा के आसपास के पंजाबी समुदाय की वोटिंग भी अमरजीत कौर के पक्ष ज्यादा देखने को मिली है। महम मंे पंजाबी समुदाय के लगभग तीन हजार मत पोल हुए माने जा रहे हैं। अगर इनमें से एक हजार मत भी अमरजीत कौर लेती है तो उसके पास केवल पंजाबी व उसकी अपनी बिरादरी की मतों की संख्या लगभग दो हजार हो जाती है। दो हजार से ज्यादा मत जाट समुदाय के भी पोल होने की संभावना है। इस समुदाय मंे भी अमरजीत कौर बहमनी की ठीक-ठाक संेधमारी मानी जा रही है। अगर अन्य समुदाय के पोल हुए मतों में कुछ-कुछ मत भी बहमनी लेती है तो उसका आंकड़ा 3500 के आसपास पहुंच ही जाता है। हालांकि अमरजीत कौर के समर्थकों का दावा है कि वे पांच हजार मतों को पार कर रहे हैं और उनकी जीत निश्चित है। अमरजीत कौर बहमनी पूर्व पालिका प्रधान जगबीर बहमनी के भाई की पत्नी है।
भारती पंवार निवर्तमात पालिका प्रधान फतेह सिंह पंवार की पुत्रवधु है। भारती की बिरादरी के मत बेशक महम में केवल लगभग तीन सौ हैं, लेकिन इस बिरादरी से भारती अकेली प्रत्याशी थी। भारती ने जिस प्रकार अपने चुनाव अभियान को चलाया उससे वे अंतिम समय तक मजबूत प्रत्याशी के रूप में आती दिखाई दी। शहर के उत्तर दिशा के इलाके में भारती अच्छी खासी बढ़त लेती दिखाई दे रही है। इसके अतिरिक्त हर वार्ड से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में से कम से कम किसी एक का उसके साथ होने की जानकारी है। ऐसे में उसकी सेंधमारी कई वार्डों में बताई जा रही है।
भारती के लिए महम के कद्दावर भाजपा नेता द्वारा भी पूरी ताकत झोंके जाने की जानकारी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के मतों को भी भारती ने भूनाने का पूरा प्रयास किया है। भारती भी जीत के आंकड़े से बहुत ज्यादा दूर नहीं दिखाई दे रही। हालांकि भारती के समर्थकों का भी दावा है कि उनकी बड़ी जीत निश्चित है।
क्रांति पुनिया के रूप में विधायक बलराज कुन्डू की एक खास राजनीतिक चाल थी। क्रांति पुनिया अनुसूचित जाति से है उसकी शादी पंजाबी बिरादरी में हो रखी है। विधायक बलराज कुन्डू ने अपनी प्रत्याशी के लिए जोरदार प्रचार अभियान चलाया था। गत विधानसभा चुनावों में कुन्डू को महम से 2600 से अधिक मत मिले थे। अब कुन्डू की उम्मीदें पंजाबी समुदाय पर है। यदि क्रांति को पंजाबी समुदाय के 1500 के आसपास मत मिल जाते हैं तो क्रांति उल्टफेर कर सकती है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो क्रांति का ’क्रांति’ का पाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि क्रांति के समर्थक उत्साहित हैं उनका कहना है कि उन्हें हर वार्ड से एक निश्चित मात्रा में मत मिले हैं। उनका जीत का समीकरण सपष्ट है।
मीना वाल्मीकि ने महम में सबसे पहले चुनाव प्रचार अभियान आरंभ किया था। उन्होंने महम के अधिकतर मतदाताओं को व्यक्तिगत रूप से छूआ है। ऐसे में मीना वाल्मीकि की सेंधमारी को कतई कम करके नहीं आका जा सकता। क्रांति पुनिया को मीना वाल्मीकि का नुकसान माना जा रहा है। खासकर पंजाबी बिरादरी में। मीना उसी एरिया से आती है जिस एरिया से क्रांति आती है। ऐसे में क्रांति ने मीना को नुकसान तो किया है। लेकिन खास बात यह है कि मीना भी कम या ज्यादा वोट अधिकतर वार्डों से मिलती दिख रही है। महम के हर ऐरिया में मीना के समर्थक देखे गए। उत्तरी वार्डों में भी मीना की अच्छी सेंधमारी देखी गई। वाल्मीकि समुदाय में भी मीना को ठीक से वोट मिलती दिख रही हैं। मीना के समर्थकों का दावा है कि उनकी जीत होने जा रही है।
आम आदमी पार्टी ने भी जोरदार चुनाव प्रचार अभियान चलाया था। लेकिन जिसे आम आदमी पार्टी की ताकत बताने का प्रयास किया गया। वहीं इस पार्टी की कमजोरी होती दिखी। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी एक खास समुदाय तक सिमटती दिखाई दी। हालांकि इस पार्टी के समर्थकों के उल्टफेर का दावा है।
निधि चावरिया कोई उल्टफेर करती नजर नहीं आ रही। ऐसी प्रकार इनेलों की पूनम बौद्ध तथा निदर्लीय सीमा रानी भी कहीं मुकाबले में नहीं दिखी।
उपरोक्त विश्लेषण केवल अनुमान है। दावा नहीं। मतदाता इतना सयाना हो गया है कि वह पत्ते नहीं खोलता। ऐसे में कोई भी अनुमान अंतिम में फेल होता दिखे तो कोई ताज्जुब नहीं है।

कांग्रेस पार्टी के परंपरागत वोट अगर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आशा चावरियां को मिल जाते हैं तो उनका प्रदर्शन संतोष जनक हो सकता है। लेकिन यह चुनाव राजनीतिक समीकरणों की बजाय जातीय तथा अन्य समीकरणों पर अधिक लड़ा जा रहा था। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के प्रदर्शन का सीधा आकलन करना अभी जल्दबाजी होगा।
ये महम की बूथ अनुसार पोलिंग
महम में कुल 19 बूथ थे। इनमें बूथ एक में 700 में 609, बूथ दो में 635 में 572, बूथ तीन में 700 में से 576, चार में 684 में से 527, पांच में 936 में से 709, छह में 1051 में से 765, सात में 838 में से 503, आठ में 993 में से 779, नौ में 700 में से 533, दस में 698 में से 555, 11 में 1163 में से 884, 12 में 1086 मेें से887, 13 में 985 में से 817, 14 में 1180 में से 918, 15 में 700 में से 487, 16 में 590 में से 434, 17 में 1159 में से 831, 18 में 924 में से 759 तथा 19 में 994 में से 809 वोट पोल हुई हैं।

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