कई साल से जूझ रहे हैं ग्रामीण पेयजल संकट से
24सी न्यूज, महम
गांव खरकड़ा में पेयजल की समस्या को लेकर ग्रामीणों को गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं ने जलघर के सामने जाकर मटके फोड़े तथा जलघर को ताला जड़ा। साथ ही कहा है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं।
समुंद्र सिंह, राजेश, कर्मबीर, सुरेश, बलवान, बल्ला, रणधीर, सरोज, निर्मला, प्रेम, औमी आदि ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों में नहानें व पीने का पानी भी नहीं होता। ग्रामीण बेहद परेशान हैं। ग्रामीणों को आरोप है कि सरकार से आने वाले पैसे का उचित प्रयोग नहीं होता। मिलीभगत से पैसे दुरुपयोग हो जाता है। जलघर में कर्मचारियों की भी कमी है।
पानी आता है तो गंदा आता है
ग्रामीणों का कहना है कि या तो पानी आता ही नहीं है, कभी आता है तो बहुत गंदा पानी आता है। जलघर तालाब के साथ है, गंदा पानी भी जलघर में चला जाता है। टैंकों की सफाई नहीं हो रही। फिल्टर ठप्प पड़े हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों से कई बार मिला जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। हर बार केवल आश्वासन मिलते हैं।
नौ साल से ज्यादा है समस्या
पूर्व अध्यापिका उदयकौर ने बताया कि वैसे तो यह समस्या लगभग 15 साल से है। लेकिन नौ साल से समस्या बहुत अधिक है। बीच में कुछ सुधार हुआ था, लेकिन फिर से हालात बदत्तर हो गए।एक नवंबर 2011
से वे लगातार यहां जलघर में आ रही हैं। खुद ग्रामीणों ने भी कई बार अपने स्तर पर कुछ कार्य करने का प्रयास किया है,लेकिन विभाग का सहयोग नहीं मिल रहा।
करेंगे समाधान-एसडीओ
जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सुरेंद्र काद् यान का कहना है कि उनके संज्ञान में खरकड़ा के जलघर की कोई समस्या नहीं है। कोई समस्या है तो उसका समाधान करके ग्रामीणों को संतुष्ट किया जाएगा।