Home जीवनमंत्र मल्हा ने समझाया विद्वान को असली ज्ञान-जीवनमंत्र 24सी

मल्हा ने समझाया विद्वान को असली ज्ञान-जीवनमंत्र 24सी

ज्ञान का घमंड नहीं, उपयोग करें

एक बार एक मल्हा एक विद्वान को नाव से नदी पार करवा रहा था। विद्वान कई भाषाओं और विषयों का जानकार था, उसे अपनी विद्वता पर घमंड भी था। उसने मल्हा से पूछा कि आपने इतिहास पढ़ा है। मल्हा ने कहा, ‘जी नहीं पढ़ा।’
‘तो भूगोल तो पढ़ा होगा।’
मल्हा ने कहा, ‘साहब, नहीं पढ़ पाया।’
विद्वान ने इस बार पूछा-‘अरे कुछ किताबें तो पढ़ी होंगी।’
मल्हा ने कहा-‘नहीं साहब मैं तो बिल्कुल अनपढ़ हूं, कुछ नहीं पढ़ा।’
उस विद्वान व्यक्ति ने व्यंग्यात्मक हंसी हंसी और कहा, ‘तभी तो दिनभर नाव चलाता है।’
मल्हा को बुरा तो बहुत लगा, लेकिन वह चुप रहा।
अचानक तेज आंधी तुफान आ गया। नाव पलटने लगी। इस बार बारी मल्हा की थी।
मल्हा ने पूछा, ‘साहब तैरना आता है।’
विद्वान ने कहा, ‘नहीं।’
मल्हा ने कहा ‘तो तुम्हारा इतिहास, भूगोल और किताबें अब कोई काम नहीं आएंगी। तुम्हें सिर्फ पढ़ना आता है, तैरना नहीं। मुझे पढ़ना बेशक नहीं आता, लेकिन तैरना आता है। पार उतर जाऊंगा। आपका डूबना तय है।’
ज्ञान वह होता है जो विपति में काम आता है और ज्ञान का घमंड नहीं करना चाहिए।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

गांव खरकड़ा में लगा निशुल्क स्वास्थ्य जांच तथा समस्या समाधान शिविर

भाजपा नेत्री राधा अहलावत के सौजन्य से लगाया गया शिविर महम विधानसभा के गांव खरकड़ा में निशुल्क स्वास्थ्य जांच...

सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने गांव फरमाना में की विकास परियोजनाओं की घोषणाएं

फरमाना के स्कूल कार्यक्रम में पहुंचे सांसद जांगड़ा गर्ल स्कूल फरमाना  में लगेंगे सीसीटीवी राज्यसभा सांसद...

कृषि मंत्री ने लिया महम की ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का जायजा

भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा भी रहे साथ कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने गुरुवार को महम क्षेत्र के गांवों का...

सीवरेज डिस्पोजल लाइन मेनलाइन में जुड़ते ही हो गई ओवरफ्लो

विभाग ने माना तकनीकी रूप से गलत था लाइन को ऐसे जोड़ना महम के पुराने जलघर में बने सीवरेज...

Recent Comments

error: Content is protected !!