1997 से रामलीला में भाग ले रहे हैं
24सी न्यूज, विशेष रामलीला कलाकार
अधिकतर रामलीला कलाकार कोई बड़े प्रोफैशनल कलाकार नहीं होते। अपने सामान्य कामों के साथ-साथ रामलीला के दिनों में शौकिंया भूमिका निभाते हैं, लेकिन इनका जुनून ऐसा होता है कि ये अपनी भूमिकाओं को निभाने के लिए अपने स्वास्थ्य को भी दांव पर लगा देते हैं। ऐसे की एक समर्पित कलाकार है ललित गोयल।
ललित ने 1997 में रामलीला में भाग लेना शुरु किया था। 1999 में उन्होंने पहली बार श्री राम की भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त उन्होंने रामलीला में अंगद, कौशल्या, कामदेव व विश्वामित्र के अतिरिक्त कई अन्य भूमिकाएं भी निभाई। वर्ष दो हजार 12 में उन्होंने अंतिम बार राम की भूमिका निभाई थी।
खतरनाक संक्रमण हो गया था आंखों में
ललित गोयल बताते हैं कि एक बार अशोक वाटिका उजाड़ने के सीन के दौरान हनुमान से रामलीला में लगी मरकरी लाइटें फूट गई थी। उसके फौरन बाद उनका सीन था। लाइटों से कुछ ऐसी गैंसे निकली कि कई कलाकारों की आंखों में संक्रमण हो गया। सबसे ज्यादा उनकी आंख में संक्रमण हुआ। वो राम की भूमिका निभा रहे थे। अगले दिन उनकी आंखे सूंज गई। डाक्टरों ने उन्हें भूमिका ना करने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने डाक्टरों की सलाह को नजर अन्दाज करके भी भूमिका निभाई।
तेज बुखार में किया अंगद का रोल
ललित ने बताया कि एक बार उन्हें बहुत तेज बुखार हो गया था। डाक्टरों ने उन्हें विश्राम की सलाह दी थी, लेकिन उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने अपनी निर्धारित अंगद की भूमिका को निभाया। ललित का कहना है कि इस बार महामारी की वजह से रामलीला नहीं हो रही, अन्यथा इस बार भी वे श्री राम की भूमिका करते।