ब्रह्मकुमारी बहन सुमन ने की अध्यक्षता, बहन चेतना ने करवाया ध्यान

प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के महम केंद्र के सौजन्य से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंगलवार की देर शाम हुए इस कार्यक्रम में टीवी पत्रकार सोनल दहिया मुख्यवक्ता तथा पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी की पुत्रवधु अन्नू दांगी मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रही। विशिष्ट अतिथि के रूप में डाक्टर स्वर्णा एवं दीप्ति खुराना रहे। महम के प्रभू उपहार भवन के सहनिदेशक ब्रह्मकुमारी बहन सुमन ने अध्यक्षता की। ’ध्यान’ प्रभू उपहार भवन की निदेशक ब्रह्मकुमारी बहन चेतना द्वारा करवाया गया। समारोह में पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी की पत्नी सोना दांगी भी उपस्थित रही।

अत्यंत सौहार्दपूर्ण और अध्यात्मिक वातावरण में हुए इस आयोजन का महिलाओं ने खूब आनंद लिया।  

सोनल दहिया ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को अपने सपनों के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। सपनों को पूरा करने की उम्र नहीं होती। उम्र चाहे जो हो, जीवन जिंदादिली से जीना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब पूरा विश्व अशांति के वातावरण में घिरता जा रहा है तब ब्रह्मकुमारी बहनें पूरे विश्व को शांति का संदेश दे रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण को केवल पुरुष और महिला के संदर्भ में ही नहीं देखा जाना चाहिए। महिलाओं को समानता के साथ-साथ उन समस्याओं के लिए भी लड़ना चाहिए जो पुरुष और महिला दोनों की है।  

अन्नू दांगी ने अपने इस अवसर पर कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों को पहचानना चाहिए। स्वयं को जानकर ही स्वयं को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी निश्चित तौर पर महिलाओं की सदी है। हर क्षेत्र में महिलाएं खुद का साबित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं में अवसाद की स्थिति बढ़ रही है। अवसादग्रस्त महिलाओं को महिलाओं द्वारा ही हिम्मत दी जानी चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि महिलाएं उठें, एक दूसरी का हाथ पकड़ें और नए युग की शुरुआत करें। महिलाएं अपने आप को किसी से भी कम ना मानें।
डाक्टर स्वर्णा ने महिलाओं को फिजियोथैरपी के बारे में विस्तार से बताया। दिप्ती खुराना ने कहा कि फिल्में हमारे समाज का दपर्ण है। उन्होंने कहा कि फिल्में वहीं दिखा रही हैं जो समाज में चल रहा है।

बहन चेतना और सुमन ने ब्रह्मकुमारीज मिशन के बारे में बताया तथा उपस्थित महिलाओं को ध्यान का महत्व समझाया तथा कहा कि ’राजयोग’ वर्तमान समय के मानव बहुत बड़ी जरुरत है। तनाव तथा अवसाद से दूर रहने के लिए ध्यान आवश्यक है। इस अवसर पर महिलाओं को ध्यान करवाया भी गया।

कार्यक्रम में डाक्टर अन्नू लूथरा, प्राचार्या वंदना गेरा, मंजू गुप्ता व कनिका गिरधर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। ब्रह्मकुमारी बहन याजना ने नृत्य प्रस्तुत किया।  इस आयोजन में शहर से भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही। (विज्ञप्ति)

आज की खबरें आज ही पढ़े
साथ ही जानें प्रतिदिन सामान्य ज्ञान के पांच नए प्रश्न
डाउनलोड करें, 24c न्यूज ऐप, नीचे दिए लिंक से

Link: https://play.google.com/store/apps/details?id=com.haryana.cnews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *