आक्सीमीटर की गलत रीडिंग जानलेवा हो सकती है -समझा रहे हैं डा. विजय पाल

आक्सीमीटर सही काम कर रहा है यह गलत आप खुद पता लगा सकते हैं
गुजवि के शिक्षक डा. विजय पाल ने बताई आक्सीमीटर के प्रयोग की घरेलू तकनीक
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महम

कोरोना काल में एक डिवाइस की बहुत अधिक चर्चा हैं, वह है आक्सीमीटर। आक्सीमीटर सही काम कर रहा है या नहीं यह जानना अति आवश्यक हैं। आक्सीमीटर की गलत रीडिंग जानलेवा हो सकती है। ऐसा एक हादसा नोटिस में आ चुका है। आक्सीमीटर आक्सीजन लेवल ठीक बताता रहा। जबकि आक्सीजन लेवल ठीक नहीं था। जब तक पता चला कि आक्सीमीटर गलत रीडिंग दे रहा है तब तक देर हो चुकी थी।

डा. विजय पाल

क्या है आक्सीमीटर?
गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्राद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के इलैक्ट्रोनिक्स कम्यूनिकेशन विभाग के शिक्षक डा. विजय पाल बताते हैं कि अस्पतालों मंे ऊंगली पर लगाकर देखा जाने वाली छोटी सी डिवाइस आक्सीमीटर होती है। यह प्लस भी चैक करती है। इसलिए इसे प्लस आक्सीमीटर कहते हैं।

प्लस आक्सीमीट


कैसे काम करता है प्लस आक्सीमीटर?
डा. विजय पाल बताते हैं कि ब्लड का प्रसैर छोटी-छोटी धमनियों के माध्यम् से हमारी ऊंगली के सिरे तक पहुंचता है। यहां सभी धमनियां आकर मिलती है। प्लस आक्सीमीटर में लगे सेंसर सेन्स करते हैं और प्लस और आक्सीजन लेवल बताते हैं।

ऐसे चेक करें आक्सीमीटर तथा आक्सीजन लेवल
डा. विजय पाल आक्सीमीटर चेक करने के कुछ बेहद आसान और घरेलू तरीके बताते हैं।
1.रबर बैंड
डा. पाल कहते है कि अपनी उंगली पर रबर के छल्ले को चार.पांच बार घुमा के बांध लें। इससे ऊँगली के आगे की और जाने वाला रक्त प्रवाह बहुत कम हो जायेगा। अगर प्लस आक्सीमीटर ठीक है तो या तो रीडिंग दिखायेगा नही यदि दिखयेगा तो बहुत कम दिखयेगा। यहां यह बताना आवश्यक है कि रबर बैंड बहुत कम देर तक ही करे। रक्त प्रवाह ज्यादा देर रोकना उचित नही है।

2. उंगलियां बदल कर देखे
डा. विजयपाल बताते हैं कि आक्सीमीटर को अलग अलग उंगली पर लगा कर देखें। रीडिंग में या तो बिल्कुल भी अंतर नही आएगा और आएगा तो ना के बराबर बहुत कम अंतर आएगा। अगर ऐसा है तो आक्सीमीटर ठीक है।
3. लंबी सांस लें
डा. विजयपाल बताते हैं कि आक्सीमीटर लगा कर कुछ देर लंबी और गहरी सांस लें। आक्सीमीटर बढ़ी हुई रीडिंग दिखायेगा। यदि ऐसा होता है तो आक्सीमीटर ठीक काम कर रहा है। यह प्रयोग भी स्वस्थ व्यक्ति द्वारा ही किए जाने की सलाह दी जाती है।
4. 30 सेकंड सांस रोके
डा. विजयपाल बताते हैं कि सांस को लगभग 30 सेकंड तक रोक कर देखने का प्रयास करें। फिर लगभग 5 मिनट की सैर करें। फिर 30 सेकंड सांस रोकने का प्रयास करें। अगर सांस रुक जाता है तो आपका आक्सीजन लेवल अब तक ठीक है। ये प्रयोग केवल वे ही लोग करें जो अभी तक आक्सीजन सहायता पर नहीं हैं।
इस प्रकार आप अपने घर पर आक्सीमीटर की गुणवत्ता चेक कर सकते हैं।


यह सूचना पूर्णतया डा. विजयपाल द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित है। 24c न्यूज इस बारे में कोई दावा नहीं करता।

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