एक महीनें से पेयजल नहीं मिल रहा ग्रामीणों को पेयजल
सौ से ज्यादा से घरों की बस्ती लगा रही हैं बार-बार अधिकारियों से गुहार
आज दिया एसडीएम को ज्ञापन
समाधान नहीं हुआ तो करेंगें आंदोलन
24सी न्यूज ब्यूरों
सुनील खान की रिपोर्ट
निंदाना- गांव निदांना खास की बाहरी बस्ती के ग्रामीण इन दिनों पेयजल के भारी संकट से गुजर रहे हैं। भराण रोड़ पर स्थित इस बस्ती के ग्रामीणों को एक महीनें से पेयजल की एक बूंद भी नहीं मिल रही। सौ घरों से ज्यादा की इस बस्ती की विशेषकर महिलाएं पूरा दिन पेयजल के लिए भटकती रहती हैं। खास बात ये हैं कि गांव निदांना सीएम मनोहर लाल का पैतृक गांव है।
ग्रामीणों इस संबंध में बार-बार जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। आश्वासनों से अतिरिक्त कुछ नहीं मिल रहा। ग्रामीण देवेंद्र, रामनिवास, राज, धर्मपाल, रंजीत ने बताया कि उनकी बस्ती के लिए गांव के कालसर तालाब पर एक बुस्टर बनाया गया था। विभाग की अनदेखी व लापरवाही के चलते यह बुस्टर खराब हो गया। बुस्टर की मोटर काम नहीं कर रही। साथ ही बुस्टर से बस्ती तक जाने वाली पाइप लाइन भी कई स्थानों से टूट चुकी है।
इसके बाद ग्रामीणों के बार-बार कहने पर विभाग ने इस बस्ती को गांव के मुख्य जलघर से जोड़ दिया था। मुख्य जलघर से बस्ती की लाइन भी अब क्षतिग्रस्त हो चुकी है। बस्ती तक पानी नहीं पहुंच रहा।
गर्मी के मौसम में पानी की सख्त जरुरत रहती है। बीरमती, राजपती व बाला आदि का कहना है कि उन्हें ज्यादा समस्या हो रही है। उनका अधिकतर समय पानी ढ़ोने में ही बीतता जाता है।
ग्रामीणों ने कहा कि उनका गांव प्रदेश के सीएम मनोहर लाल खट्टर का गांव है। यह गांव आदर्श गांव योजना के तहत गोद भी लिया हुआ है। यहां विकास योजनाओं के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन ग्रामीणों को पेयजल ना मिलना योजनाओं की असलियत बयान करते हैं। जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सरकारी प्रयासों पर पानी फेर रही है।
इधर विभाग का कहना है कि बस्ती के लिए नई पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए सौ से ज्यादा पाइप लगेंगे।