महम चौबीसी के गांव फरमाणा में हुई किसान महापंचायत
- सरकार मुकद्दमों से किसानों को डराना चाहती है-गुरनाम सिंह चढूनी
भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि किसानों मजबूरी में आंदोलन कर रहे हैं। किसान और मजदूर के लिए हालात खराब हो गए हैं। इन हालातों से बचने का केवल एक ही रास्ता है, वो है आंदोलन।
गुरनाम सिंह शुक्रवार को महम चौबीसी के गांव फरमाणा में आयोजित किसान महापंचायत को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो भी इस आंदोलन में भाग लेता है या आंदोलन के पक्ष में बोलता है उसके विरुद्ध मामला दर्ज कर उसे डराया जाता है, लेकिन किसान डरेंगे नहीं।
उन्होंने कहा कि नए नए मुद्दों को लाकर किसानों और मजदूरों को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर भाईचारा खराब नहीं करना है। गांवों में सबको मिलजुल कर रहना है।
उन्होंने कहा कि सरकार कृषि को पुंजीपतियों के हाथों में बेचना चाहती है। पूजीपंतियों ने सरकारी बैंकों के 15 लाख करोड़ रुपए हड़प कर लिए। उन्होंने अंबानी अडानी और बाबा रामदेव के उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान भी किया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे आशीष को गिरफ्तार ना होने दें।
आशीष फरमाणा ने इस अवसर पर कहा कि वे मुकद्दमें से नहीं डरेंगे। क्षेत्र की जनता उनके साथ है। दीपक फरमाणा ने गांव की तरफ से पंचायत में आए सभी लोगों का स्वागत किया। पंचायत को नवदीप सिंह, रामेश्वर कर्मांडो तथा प्रबल प्रताप साही आदि ने भी संबोधित किया।
इसलिए बुलाई थी पंचायत
26 फरवरी को महम के एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में आए राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का किसानों ने विरोध किया। इस संबंध में फरमाणा बादशाहपुर के निवर्तमान सरपंच आशीष सहित कई अन्य पर मुकद्दमा दर्ज किया गया है। इन सांसद रामचंद्र जांगड़ा की गाड़ी का रास्ता रोकने तथा काले झंडे दिखाने का आरोप है।
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