आजीवन कांग्रेस से जुड़े रहे अनिल शर्मा
कांग्रेस के हलका अध्यक्ष भी रहें हैं
महम
महम से एक बार फिर एक अत्यंत दुःखद खबर आ रही है। कांग्रेस के पूर्व हलका अध्यक्ष अनिल शर्मा नहीं रहे। लगभग 53 वर्षीय अनिल शर्मा कुछ दिनों से कोरोना से पीड़ित थे। रोहतक के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। रविवार की देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।
आजीवन कांग्रेस की राजनीति की
सम्मानित अध्यापक रहे स्व. दलिप सिंह के पुत्र अनिल शर्मा को बचपन से ही राजनीति का शोक रहा है। वे राजकीय महाविद्यालय महम में कक्षा प्रतिनिधि भी रहें हैं। शुरुआत से ही कांग्रेस से जुड़े और हमेशा कांग्रेस की ही राजनीति करते रहे। सीएम भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाने वाले अनिल शर्मा के बीमार होने की सूचना के बाद सांसद दीपेंद्र हुड्डा लगातार उनके इलाज के लिए डाक्टरों से संपर्क कर रहे थे। उनके निधन के समय सांसद के भाई बिल्लू हुड्डा भी अस्पताल में ही मौजूद थे। बिल्लू हुड्डा ने बताया कि डाक्टरों ने अनिल शर्मा को बचाने के लिए अंतिम समय तक प्रयास किया। लेकिन कुदरत के आगे कोई क्या कर सकता है। अनिल शर्मा के निधन की सूचना मिलते ही महम में शोक की लहर दौड़ गई। अनिल शर्मा अपने पीछे पत्नी सहित दो बेटे और एक बेटी छोड़कर गए हैं। अनिल शर्मा केवल राजनीति मे ही नहीं समाजसेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते थे।
पूर्व सीएम, सांसद व पूर्व विधायक ने किया शोक व्यक्त
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा व पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी ने अनिल शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। कहा है कि अनिल शर्मा के कांग्रेस के लिए योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। अनिल शर्मा के निधन से कांग्रेस को जो क्षति हुई है। उसे पूरा करना अत्यंत मुश्किल है।