हर साल की बजाय हर छह महीनें में हुआ करेगा हवन यज्ञ
महम, 13 जनवरी
महम चौबीसी के सैमाण गांव में दो दिवसीय सामुहिक हवन यज्ञ शुक्रवार से आरंभ हुआ। सैमाण मंदिर के गद्दीनशीन महात्मा सतीश दास ने हवनयज्ञ में आहुति डाल कर यज्ञ का शुभारंभ किया। गत तीन वर्ष से हर साल हो रहा यह हवन यज्ञ आगे से प्रत्येक छह माह बाद किए जाने की घोषणा भी की गई।
महंत सतीश दास ने कहा कि हवनयज्ञ भारत की प्राचीन धार्मिक, आध्यात्मिक तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए परंपरा है। हवनयज्ञ में विशेष सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे न केवल वातावरण शुद्ध होगा बल्कि सकारात्मक उर्जा का संचार भी होगा। उन्होंने बताया कि इस विशेष हवनयज्ञ के प्रति गांव में भारी श्रद्धा है। हवनयज्ञ की बेदी समूचे गांव की हर गली से होती हुई हर घर के पास से गुजरेगी।
गांव का हर ग्रामीण हवनयज्ञ में अपनी आहूति डाल सकेगा तथा अपना तरफ से घी या सामग्री दे सकेगा। महंत सतीश दास ने बताया कि गांव सैमाण में इस हवनयज्ञ की परंपरा करोना काल में आरंभ की गई थी। गत तीन वर्षों से हर वर्ष हवनयज्ञ हो रहा था। अब निर्णय लिया गया है कि यह हवनयज्ञ एक वर्ष की बजाय हर छह महीनें में किया जाएगा। ग्रामीणों का मानना है कि इस हवन यज्ञ के होने के बाद उनके गांव में ग्रामीणों तथा पशुओं में आने वाली बीमारियों का प्रकोप कम होता है।
हवनयज्ञ मंदिर के सामने से आरंभ हुआ है और मंदिर के सामने ही आकर समाप्त होगा। हवनयज्ञ की बेदी एक ट्रैक्टर ट्राली पर विशेष रूप से बनाई गई है। इंदु दहिया/ 8053257789
24c न्यूज की खबरें ऐप पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें 24c न्यूज ऐप नीचे दिए लिंक से
Link: https://play.google.com/store/apps/details?id=com.haryana.cnews