पंचायती रामलीला के आधार स्तंभ माने जाते हैं प्रवीण शर्मा

नायक होने से निर्देशक होना ज्यादा मुश्किल मानते हैं
राम के अतिरिक्त लक्ष्मण, विष्णु, श्रवण, दशरथ व अन्य भूमिकाए भी की हैं प्रवीण शर्मा ने
सेवानिवृति के बाद भी जनसेवा में लगे हैं

24सी न्यूज, रामलीला कलाकार विशेष श्रृृंखला
काम के प्रति समपर्ण न केवल काम को गुणवत्ता प्रदान करता है, बल्कि व्यक्तित्व को भी ऊंचाई देता है। रामलीला के कलाकार को केवल अपनी भूमिका निभानी होती है, लेकिन निर्देशक को पूरी रामलीला चलानी पड़ती है। पंचायती रामलीला के आधार स्तंभ माने जाने वाले प्रवीण शर्मा ने श्रीराम अर्थात रामलीला के नायक की भूमिका को तो शानदार तरीके से निभाया ही है। अब निर्देशन की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर लिए हैं। रामलीला प्रेमी प्रवीण शर्मा का नाम बड़े आदर और सम्मान से लेते हैं।
1978 में पहली बार कामदेव और इसी वर्ष लक्ष्मण की भूमिका में रामलीला में पदार्पण करने वाले प्रवीण शर्मा ने अगले वर्ष से राम की भूमिका निभानी शुरु कर दी थी। 1988 से उन्होंने निर्देशन शुरु किया। निर्देशन शुरु करने के बाद भी वे दशरथ की भूमिका अब तक भी निभा रहे हैं।

सीता स्वयंवर का दृश्य


एक ही वर्ष में बने राम और लक्ष्मण भी
प्रवीण शर्मा एक विशेष घटना याद करते हुए बताते हैं कि वे राम की भूमिका में थे। उनके साथ लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे महासिंह सैनी को परीक्षा देने एक नाईट के लिए बाहर जाना पड़ा था। उन्होंने रामलीला में पूर्व में राम की भूमिका निभाने वाले बृजमोहन को सिर्फ एक नाइट के लिए राम की भूमिका करने के लिए राजी किया और उन्होंने उस नाइट लक्ष्मण की भूमिका निभाई।
राम और कौशल्या भी बने
एक बार ऐसी परिस्थितियां बनी की कि एक नाइट कौशल्या की भूमिका निभा रहे कलाकार भूमिका निभाने में असमर्थ हो गए। उन्होंने उस नाइट राम और कौशल्या दोनों भूमिकाएं की। संयोग से उस नाइट किसी भी सीन में राम व कौशल्या एक साथ मंच पर नहीं थे। राम वन जा चुके थे। कौशल्या के सीन दशरथ व भरत के साथ थे।
निर्देशन ज्यादा चुनौतीपूर्ण
प्रवीण शर्मा बताते हैं कि निर्देशन अभिनय से ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। निर्देशक को रामलीला को अपने कंधों पर लेकर चलना होता है। मुख्य भूमिकाओं के विकल्प तलाश कर रखने पड़ते हैं। कलाकारों की रिहर्सल करवानी पड़ती है। हालांकि उनका कहना है कि वे निर्देशन में आनंद लेते हैं।
सामाजिक कार्यों में लगे हैं
प्रवीण शर्मा इसी वर्ष मार्च में बिजली विभाग से सेवानिवृत हुए हैं। सेवानिवृत होने के बाद सामाजिक कार्यों को और अधिक समय दे रहे हैं। पंचायती रामलीला मैदान को संवारने के लिए कार्य कर रहे हैं। चौबीसी ब्राह्मण सभा के कोषाध्यक्ष के रूप में भी उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। इसके अतिक्ति गौशाला तथा अन्य धार्मिक आयोजनों में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं।

दशरथ की भूमिका में प्रवीण शर्मा

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