लकड़हारे के भर गए भंडार-आज का जीवनमंत्र 24c
गरीबों और साधुओं की सेवा निष्फल नहीं जाती एक लकड़हारे को कठोर परिश्रम के बावजूद आधा पेट भोजन ही मिल पाता था। एक दिन उसकी मुलाकात एक साधु से हुई।…
गरीबों और साधुओं की सेवा निष्फल नहीं जाती एक लकड़हारे को कठोर परिश्रम के बावजूद आधा पेट भोजन ही मिल पाता था। एक दिन उसकी मुलाकात एक साधु से हुई।…
जो किया उसका फल तो भुगतना पड़ेगा एक बार सेठ सुबह जल्दी में उसका पाँव गाड़ी के नीचे बैठे कुत्ते की पूँछ पर पड़ गया। दर्द से बिलबिलाकर अचानक हुए…
शांति और सूझ-बुझ है ज़रूरी एक राज्य में एक पराक्रमी राजा का शासन था। उसकी कोई संतान नहीं थी। ढलती उम्र के कारण राज्य के भावी उत्तराधिकारी को लेकर वह…
एक बच्चे की छोटी सी कोशिश एक बार समुद्री तूफ़ान के बाद हजारों लाखों मछलियाँ किनारे पर रेत पर तड़प तड़प कर मर रहीँ थीं ! इस भयानक स्थिति को…