वजीर की चाल ने कर दिया खुश सेवक को बेचैन-जीवनमंत्र 24c
निन्यानवे का फेर कहते हैं एक राजा का सेवक बहुत खुश रहता था। वह राजा की सेवा करता और मस्त रहता। उसे जो मिलता उसी में गुजरा करता। जो मिलता…
निन्यानवे का फेर कहते हैं एक राजा का सेवक बहुत खुश रहता था। वह राजा की सेवा करता और मस्त रहता। उसे जो मिलता उसी में गुजरा करता। जो मिलता…
दौलत की भूख मन की शांति छीन लेती है एक बार एक गुरु और शिष्य यात्रा पर थे। बहुत खुश और मस्त एक दूसरे से बातें करते अपने गंतव्य की…
सकारात्मक सोच, मुसीबत को भी आनंद बना देती है एक गांव में दो फकीर थे। दोनों गांव के पास एक ही झोपड़े में रहते थे। एक दिन गांव में भारी…