गांव निंदाना की शहीद पार्क

हर तरफ बदहाली है गांव निंदाना की शहीद पार्क में

हर तरफ बदहाली है गांव निंदाना की शहीद पार्क में
दो सैनिकों तथा एक किसान शहीद का हुआ है यहा अंतिम संस्कार
महम

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेंले,
वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा।।

जगदंबा प्रसाद मिश्र ’हितैषी’ की 1916 में लिखी कविता के ये लाइनें अपने रचना काल से अब तक शहीदों के सम्मान में अनगिनत बार लिखी और बोली जाती रही हैं। लेकिन कभी-कभी लगता है कि ये लाइनें बस लाइनें ही बनकर रह गई है। ना समाज, ना सरकार, ना प्रशासन इस दिशा में गंभीर प्रयास करता है। हां इतना अवश्य है कि जब कोई सैनिक शहीद होता है तो उस दिन उसके सम्मान में खूब नारे गूजंते हैं। कई घोषणाएं होती हैं। धीरे सब धूमिल हो जाता है। शहीदों की चिताओं पर मेले तो दूर उनके शहीद स्थल ही बदहाली का शिकार हो जाते हैं।
गांव निंदाना के शहीद स्थल की हालात देखकर तो कम से कम ऐसा ही लगता है। महम की ओर से गांव के प्रवेश मार्ग पर ही लगभग दो एकड़ में गांव में यह शहीद पार्क बना है।
हर तरफ बदहाली है
शहीद पार्क की चार दीवारी कई स्थानों से ढह गई है। बारिश का पानी जमा है। शहीदों के प्रतिमा स्थलों के चबूतरे खंड्हर होते जा रहे हैं। हर तरफ गंदगी फैली है। झाड़फूंस खड़े हैं। शहीद पार्क किसी उजाड़ बियाबान जैसा स्थल दिखता है। नेहरा खाप के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष संदीप नेहरा ने कहा है कि यह गांव सीएम मनोहर लाल का पैतृक गांव है। गांव में सरकार की कई योजनाएं प्रगति पर होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन शहीद पार्क की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।

ये स्थिति है निंदाना की शहीद पार्क की

दो सैनिक व एक किसान का शहीद स्थल है
गांव निंदाना की यह शहीद पार्क दो सैनिकों दलबीर सिंह व नृमेंद्र सिंह का शहीद स्थल है। एक शहीद का तो प्रतिमा स्थल भी बदहाल स्थिति में है। इसके अतिरिक्त पिछले दिनों किसान आंदोलन के दौरान कार्य करते हुए हादसे का शिकार हुए एक किसान दीपक का शहीद स्थल भी यहां है। दीपक को गांव ने ही किसान शहीद का दर्जा दिया था और यहां अंतिम संस्कार किया था। दीपक की प्रतिमा अभी यहां नहीं नहीं लगी है।
समाज भी जिम्मेदार
केवल सरकार व प्रशासन को दोष देकर समाज अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता। समाज की भी जिम्मेदारी बनती है कि अपने शहीदों का सम्मान करना सीखे। ग्रामीण अपने स्तर पर पार्क का रखरखाव कर सकते हैं और करना भी चाहिए।
जानकारी नहीं हैं-बीडीपीओ
बीडीपीओ राजकुमार शर्मा का कहना है कि उन्हें निंदाना की शहीद पार्क की बदहाली के बारे में किसी ने कोई सूचना नहीं दी है। वे इस संबंध मंे जानकारी हासिल करेंगे तथा योजनानुसार शहीद पार्क के सुधार के लिए कदम उठाएंगे। 24c न्यूज/ इंदु दहिया 8053257789

आज की खबरें आज ही पढ़े
साथ ही जानें प्रतिदिन सामान्य ज्ञान के पांच नए प्रश्न तथा जीवनमंत्र की अतिसुंदर कहानी
डाउनलोड करें, 24c न्यूज ऐप, नीचे दिए लिंक से

Link: https://play.google.com/store/apps/details?id=com.haryana.cnews

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *