कोरोना महामारी के मध्यनजर समारोह में आमंत्रित करने की बजाय स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के घर पहुंचा प्रशासन
महम
कोरोना महामारी के कारण स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के परिजनों को उनके घर जाकर सम्मानित करने का सरकार का एक सहरानीय निर्णय है। इसी निर्णय के तहत एसडीएम प्रदीप अहलावत स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के द्वार पहुंचे तथा उनके परिजनों को सम्मानित किया। स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों का यह सम्मान गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर किया जा रहा है।
एसडीएम प्रदीप अहलावत ने सैमाण गांव के शहीद जसवीर की माता श्रीमती इंदिरावती, खरकड़ा गांव के शहीद जोगेन्द्र सिंह की पत्नी श्रीमती सोनू, मोखरा गांव में शहीद कृष्ण कुमार की पत्नी श्रीमती सुशाला देवी, बहलबा के शहीद राजबीर सिंह की पत्नी श्रीमती बबली, शहीद सुरेश कुमार मोखरा की पत्नी श्रीमती सुलेखा, गांव बहलबा के शहीद संदीप की पत्नी श्रीमती नीरू तथा मदीना के शहीद मोहिन्द्र सिंह की पत्नी श्रीमती चन्द्रवती को शाल भेंट कर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के कठोर संघर्ष से हमें आजादी मिली तो वहीं दिन.रात मुस्तैदी से देश की सीमाओं की निगहेबानी करने वाले वीर सैनिकों के कारण हमारी यह आजादी सुरक्षित है। आज पूरा देश उनका ऋणी है।उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए हमने युद्ध के दौरान शहीद हुए हरियाणा के सैनिकों और अर्ध.सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। इसी प्रकारए आईण्ईण्डीण् ब्लास्ट में शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। युद्ध अथवाआतंकवादियों से मुठभेड़ या किसी अन्य घटना के दौरान घायल हुए सैनिकों और अर्ध.सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि निःषक्ता के आधार पर बढ़ाकर 35 लाख रुपयेए 25 लाख रुपये और 15 लाख रुपये की गई है। सरकार ने सैनिकों के कल्याण के लिए आठ जिलों में एकीकृत सैनिक सदन बनाने का निर्णय लिया है। इन पर करीब 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी। दीपक दहिया/ 8950176700
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